रविवार, 8 अगस्त 2010

vichar

उस शब्द को दुनिया में ले आना सही नहीं जो आपके दिल से होकर नहीं गुजरा हो. लेखक को अपने शब्दों और वचनों के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए. रसूल हमजातोव

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