बुधवार, 9 नवंबर 2011

2 Gazalen

1
प्यार के नाम पर तुम आओगो
दिल की  बेचैनियाँ बढ़ाओगे .

तुम से पहले भी देखे हैं सनम
तुम भला क्या नया दिखाओगे.

कुछ उठाओगे लेकर जाओगे 
इस तरह दोस्ती निभाओगे.
2

बड़े ख़्वाब थे टूट गए
घर छोटे थे छूट गए.

स्वामी जी घबराए हैं
जबसे भांडे फूट गए.

बुरे यार ही साथ रहे
भले लोग तो रूठ गए. 

अनुपम