शनिवार, 31 जुलाई 2010

Baarish Mein....

आ रहे है खेलकर फूटबाल बारिश में
बादलों की उड़ रही गुलाल बारिश में
दिल के तट को छू रही तेरी दुआएं है
तेरे रंग की ओढ़ ली रुमाल बारिश में .

शनिवार, 24 जुलाई 2010

आपाको भी मिल ही गया अपने दिल का रास्ता
या खुदा हर आदमी को नजर मिलनी चाहिए .
पत्तियां हों   या  न  हों, पेंड  आखिर  पेंड  है 
छाँव मिलती है तने को खबर मिलनी चाहिए .
जिस्म का मिलना न मिलना; एक मामूली बात है 
रूह मिलती है,  नजर से;  नजर मिलनी चाहिए.

 अनुपम