बुधवार, 20 अक्तूबर 2010

Vichar

संसार के पुनर्नवीकरण में शायद यह होगा कि तमाम झूठी भावनाओं और वितृष्णा से मुक्त होकर युवक और युवती एक दूसरे को ढूंढेंगे, विपरीतों कि तरह नहीं, बन्धु- बांधवों कि तरह, पड़ोसी की तरह, और मनुष्यों कि तरह मिल जायेंगे !
रायनर मारिया रिल्के , लैटर्स टू ए यंग पोएट (एडिनबरा, १९४५),पेज .23

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