कलाकार की आत्मा
अनुपम
सोचता था एक और जन्म लूं क्योंकि यह तो खुद को समझाने में निकल गया
जब नजर खुली
दिन ढल गया;
सोचा फिर खुले दिमाग से -
नजर तो खुली ,
जो अगले जनम में वो अभी क्यों नहीं ?
और यों हमने
ढलते दिन को थाम लिया!
चालीस तक
खिलाड़ी और सैनिक की उम्र
समाप्त हो जाती है
पैतीस से चालीस के बीच पक्का होता है
एक कलाकार.
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