गाँव के भेड़िये गाँव में तुम्हें नहीं रहने देंगे
शहर के जानवर महानगरों के भेड़ियों के आगे तुम्हे डाल देंगे
मेमनों को फुसलाये रखने के लिए भेड़िये
मेमने को आगे कर देते हैं,
घर से,गाँव से, राज्य से, देश से,
वे तुम्हे हर जगह से निकाल लेंगे -
वे तुम्हे थाल में सजना सिखायेंगे
उकसायेंगे,
तुम बेतहाशा भागोगे महानगरों की तरफ
वे धीरे से हाथ बढ़ाएंगे तुम्हारे गाँव की तरफ.
तुम्हारी जमीनें उनका फार्महाउस बनेंगी
तुम्हारे घर उनके गोदाम,
अगर तुम मेमने हो तो तुम्हारी यही गति है
क्योंकि अन्दर ही अन्दर
इस सरजमीं पर पूरा भेड़िया राज है
छछूंदर के सर पर ताज है.
अनुपम , ६-०९-१२